दोस्ती
दोस्ती मत भुला दीजिये
इक कदम बस बढ़ा दीजिये
कीमती रत्न है दोस्ती
साथ उसका सदा दीजिये
यार से भी बड़ा दोस्त है
बात उसको बता दीजिये
दिल कभी हो दुखी तो उसे
दर्द दिल का दिखा दीजिये
छाँव बन साथ चलता रहे
मत उसे यूँ दगा दीजिये
जख्म सारे करे दूर जो
दो घड़ी बस हँसा दीजिये
जब पड़े मुश्किलें तो तभी
फर्ज अपना अदा दीजिये
प्यार तुझको करे खूब जो
बस गले से लगा दीजिये
जब खता आपसे हो कभी
साथ उसके वफा दीजिये