दोस्ती
अमीरी और गरीबी का फर्क मिटा दे जो वो है दोस्ती
कृष्ण और सुदामा सरीखी हमें तो निभानी है दोस्ती
क्या फर्क पड़ता है हिन्दू मुस्लिम सिख या ईसाई से
दोस्ती का ना धर्म ना जाति, इंसानों से निभानी है दोस्ती
अमीरी और गरीबी का फर्क मिटा दे जो वो है दोस्ती
कृष्ण और सुदामा सरीखी हमें तो निभानी है दोस्ती
क्या फर्क पड़ता है हिन्दू मुस्लिम सिख या ईसाई से
दोस्ती का ना धर्म ना जाति, इंसानों से निभानी है दोस्ती