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19 Sep 2018 · 1 min read

* दोस्ती *

मैं पाखी आकाश का
तू पाखी की डोर,
मैं प्यासा चातक प्रेम का
तू स्वाति घनघोर,
मैं तारक तम भोर का
तू विद् -प्रकाश की कोर,
मै सुदामा इस कलयुग का
तुम सब द्वापर के माखन चोर

Language: Hindi
3 Likes · 360 Views
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