Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Apr 2018 · 1 min read

दोस्ती

कौन कहता है मेरे पास नहीं हैं पैसे,
मेरी दौलत तो हैं ये दोस्त नगीने जैसे।।1।।

मुझे हर बार मुसीबत से निकला करते,
मैं गिर जाऊँ तो मुझको हैं सम्हाला करते।।2।।

है मुझे फ़ख्र मैं हूँ दोस्तों की छाया में,
वो मुझे कहते है अपना हूँ नहीं पराया मैं।।3।।

आज खुश हूं मैं बहुत मुझको ज़माना देखो,
है मेरे पास दोस्ती का खजाना देखो।।4।।

स्वरचित
तरुण सिंह पवार

Language: Hindi
2 Likes · 580 Views

You may also like these posts

करो प्रतीक्षा!
करो प्रतीक्षा!
*प्रणय*
ब्रेकअप तो सिर्फ अफेयर में होते है
ब्रेकअप तो सिर्फ अफेयर में होते है
पूर्वार्थ
306.*पूर्णिका*
306.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नियति
नियति
surenderpal vaidya
लड़कों को एक उम्र के बाद
लड़कों को एक उम्र के बाद
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
होली पर बस एक गिला।
होली पर बस एक गिला।
सत्य कुमार प्रेमी
समय और टीचर में
समय और टीचर में
Ranjeet kumar patre
हां मैं एक मजदूर हूं
हां मैं एक मजदूर हूं
डॉ. एकान्त नेगी
आप हमें याद आ गएँ नई ग़ज़ल लेखक विनीत सिंह शायर
आप हमें याद आ गएँ नई ग़ज़ल लेखक विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
बेशक आजमा रही आज तू मुझको,मेरी तकदीर
बेशक आजमा रही आज तू मुझको,मेरी तकदीर
Vaishaligoel
पतझड़ से बसंत तक
पतझड़ से बसंत तक
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ये कैसे आदमी है
ये कैसे आदमी है
gurudeenverma198
*हिम्मत जिंदगी की*
*हिम्मत जिंदगी की*
Naushaba Suriya
" इन्तेहाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
मोबाइल महिमा
मोबाइल महिमा
manorath maharaj
जानते    हैं   कि    टूट     जाएगा ,
जानते हैं कि टूट जाएगा ,
Dr fauzia Naseem shad
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
तुम आ न सके
तुम आ न सके
Ghanshyam Poddar
इतने दिनों के बाद
इतने दिनों के बाद
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
आत्मनिर्भर नारी
आत्मनिर्भर नारी
Anamika Tiwari 'annpurna '
मित्रों सुनो
मित्रों सुनो
Arvina
मां के कोख से
मां के कोख से
Radha Bablu mishra
दिल में पीड़ा
दिल में पीड़ा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बड़ी बेतुकी सी ज़िन्दगी हम जिये जा रहे हैं,
बड़ी बेतुकी सी ज़िन्दगी हम जिये जा रहे हैं,
Shikha Mishra
विषय -किताबें सबकी दोस्त!
विषय -किताबें सबकी दोस्त!
Sushma Singh
सफलता और असफलता के बीच आत्मछवि- रविकेश झा
सफलता और असफलता के बीच आत्मछवि- रविकेश झा
Ravikesh Jha
जीवन संगीत
जीवन संगीत
Shyam Sundar Subramanian
बाल कविता: चूहा
बाल कविता: चूहा
Rajesh Kumar Arjun
आतिश पसन्द लोग
आतिश पसन्द लोग
Shivkumar Bilagrami
Affection Couldn’t be Found In Shallow Spaces.
Affection Couldn’t be Found In Shallow Spaces.
Manisha Manjari
Loading...