दोस्ती शाम सी नहीं होती
दोस्ती दोस्त से होती है
किसी नाम से नहीं होती…
रूह से रूह का मिलन है ये
किसी काम से नहीं होती…
गलत क्या है और सही किसे कहते है ये बतायेगा कौन,
सुकून भरोसा ख्याल हमदर्दी
के बिना चाम से नहीं होती…
दोस्ती को लिंग से बदनाम करने वालो,
दोस्ती जिंदगी में उजाला है
ये अंधेरी शाम सी नहीं होती…
भारतेन्द्र शर्मा