दोस्ती में दूरी
दूरी भी यह कैसी दूरी है
हद से ज्यादा इसमें मजबूरी है
चाहा जिस सुकून को
वह सुकून दोस्ती है
चाहा जिस प्यार को
वह प्यार दोस्ती है
न जाने फिर क्यों
इस दोस्ती में यह दूरी है
हद से ज्यादा मजबूरी है
मिलना चाहे हम जिससे
चाह कर भी ना मिल पाए
ए खुदा कैसी यह दूरी है
तू ही बता कैसी यह मजबूरी है