Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2022 · 1 min read

*दोषी कौन ?*

दोषी कौन ?
—————————————————–
विद्यालय निरीक्षक द्वारा अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यो तथा प्रबंधकों की एक संयुक्त बैठक चार अगस्त दो हजार बाईस को आयोजित की गई ।
इसमें अन्य बातों के अलावा निरीक्षक महोदय ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि जनपद में एक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय ऐसा भी है जिसमें सरकार का प्रति छात्र बीस हजार रुपए मासिक अर्थात दो लाख चालीस हजार रुपए प्रतिवर्ष खर्च आ रहा है । यह खर्च विद्यालय की छात्र संख्या और विद्यालय को वेतन वितरण के लिए दी जाने वाली धनराशि की गणना के आधार पर संभवतः निर्धारित किया गया था । सुनकर सभी आश्चर्यचकित रह गए ।
जिला विद्यालय निरीक्षक महोदय की चिंता सर्वथा उचित है। किंतु प्रश्न यह है कि 1971 में वेतन वितरण अधिनियम लागू करने के बाद पिछले 50 वर्षों में सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों की दुर्दशा के लिए दोषी कौन है ? प्रबंधक, प्रधानाचार्य, अध्यापक, छात्र, अभिभावक, मंत्री, विधायक, सरकारी अधिकारी अथवा स्वयं शिक्षा का दुर्भाग्य ?
—————————————-
लेखक : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
428 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

गर छोटा हो तुम छोटा
गर छोटा हो तुम छोटा
AJAY AMITABH SUMAN
दीया और बाती
दीया और बाती
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
मैं शब्दों का जुगाड़ हूं
मैं शब्दों का जुगाड़ हूं
भरत कुमार सोलंकी
दोहा .....
दोहा .....
Neelofar Khan
नारी
नारी
लक्ष्मी सिंह
3824.💐 *पूर्णिका* 💐
3824.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
श्रध्दा हो तुम ...
श्रध्दा हो तुम ...
Manisha Wandhare
सत्ता परिवर्तन
सत्ता परिवर्तन
Shekhar Chandra Mitra
देश है तो हम हैं
देश है तो हम हैं
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
चाह
चाह
Dr. Rajeev Jain
..
..
*प्रणय*
सरहद
सरहद
Rajeev Dutta
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कल की तस्वीर है
कल की तस्वीर है
Mahetaru madhukar
हाइकु - 1
हाइकु - 1
Sandeep Pande
केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे
केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे
पं अंजू पांडेय अश्रु
सरकार अपराध पर तो नियंत्रण रख सकती है पर किसी के मन पर नहीं
सरकार अपराध पर तो नियंत्रण रख सकती है पर किसी के मन पर नहीं
Rj Anand Prajapati
कौन हुँ मैं?
कौन हुँ मैं?
TARAN VERMA
एक दिवानी को हुआ, दीवाने  से  प्यार ।
एक दिवानी को हुआ, दीवाने से प्यार ।
sushil sarna
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
1
1
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
The Enchanting Whistle Of The Train.
The Enchanting Whistle Of The Train.
Manisha Manjari
पढ़ना जरूर
पढ़ना जरूर
पूर्वार्थ
"बेजुबान का दर्द"
Dr. Kishan tandon kranti
"वक्त वक्त की बात"
Pushpraj Anant
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
Udaya Narayan Singh
क्यों गुजरते हुए लम्हों को यूं रोका करें हम,
क्यों गुजरते हुए लम्हों को यूं रोका करें हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सुन्दर फूलों के
सुन्दर फूलों के
surenderpal vaidya
दो गज असल जमीन
दो गज असल जमीन
RAMESH SHARMA
Loading...