दैनिक जीवन में सब का तू, कर सम्मान
दैनिक जीवन में सब को तू, दे सम्मान
बदले में चाहे जी भर तू, दे अपमान
भूले से भी न किसी का तू, कर अपमान
रूखी-सूखी खा प्रभु का तू, कर गुणगान
हे हरिहर! पूरा सब का तू, कर अरमान
– महावीर उत्तरांचली
दैनिक जीवन में सब को तू, दे सम्मान
बदले में चाहे जी भर तू, दे अपमान
भूले से भी न किसी का तू, कर अपमान
रूखी-सूखी खा प्रभु का तू, कर गुणगान
हे हरिहर! पूरा सब का तू, कर अरमान
– महावीर उत्तरांचली