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13 Apr 2021 · 1 min read

दे रही हैं गवाही

दे रही हैं गवाही

मेरा जिक्र होने पर
नहीं छुपा पाते

अपनी छटपटाहट
अपनी तिलमिलाहट
अपना भड़कना
अपना गुस्सा

ये सब
दे रहे हैं गवाही
कि तुम मुझे
नहीं छोड़ पाए हो
अभी तक

भले ही
लाख ऐलान करो
मुझे छोड़ने का

लेकिन तुम रहते हो
मेरे आस-पास
यहीं कहीं

-विनोद सिल्ला©

Language: Hindi
1 Like · 248 Views
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