देश हमारी आन बान हो, देश हमारी शान रहे।
गीत
देश हमारी आन बान हो, देश हमारी शान रहे।
भारत माॅं की संतानें सब, भारत ही पहचान रहे।
देश में जन्मे पहले बड़े हैं, देश में सब कुछ पाया है।
देश में रोजी रोटी पाई, देश की छत्तर छाया है।
कर्ज देश का हम सब पर है इसको भूल नहीं जाना।
पड़े जरूरत अगर देश को हॅंसते हॅंसते मिट जाना।
देश है जब तक, तब तक हम सब, ये जन जन को ज्ञान रहे……(1)
भारत माॅं की संतानें सब, भारत ही पहचान रहे।
देश स्वतंत्र हुआ कैसे ये, हम सबने तो जाना है।
आजादी की क्या कीमत है, बच्चों को बतलाना है।
रानी झांसी और सुभाष, चंद्र शेखर क्या क्या झेले थे।
राजगुरु सुखदेव भगतसिंह फांसी पर भी झूले थे।
अगणित भारत के वीरों का अमर सदा बलिदान रहे…….(2)
भारत माॅं की संतानें सब, भारत ही पहचान रहे।
एक बात है भूल न जाना, फूट नहीं पढ़ने पाए।
देशवासियों में आपस में, दूरी न बढ़ाने पाए।
जाति पांति और ऊंच नीच सुन भारत माता है रोई।
एक मां की संतान सभी हैं छोटा बड़ा नहीं कोई।
किसी तरह भी बंटे अगर हम वहीं गुलामी ध्यान रहे……(3)
भारत माॅं की संतानें सब, भारत ही पहचान रहे।
……….✍️ सत्य कुमार प्रेमी