देश विसंगतियों से कैसे बचे ?
मालूम नहीं क्यों ?
जो संविदा हमारी मजबूती की वजह है ।
कमजोरी बनती जा रही है ।
(कारण:–वोटों का धुर्वीकरण)
सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश ।
धार्मिक कमजोरियों जाति वर्ण की संरचना को तोड़ने में मजबूर नजर आ रहा है ।।
छोटे छोटे संगठन देशहित के लिये शक्तियों में तबदील होने की बजाय ।
छोटी-छोटी जातीय संगठनों में तबदील होकर खुद की रक्षा करने पर मजबूर है ।।
ऐसे में देश असुरक्षित हाथों में पहुंच जाता है ।
सभी जातियाँ खुद को श्रेष्ठ सिद्ध करने की होड़ में वैसे जातीय-आरक्षण की माँग करती नजर आ रही है ।
जबकि दोनों विसंगत तथ्य है ।
बड़े ताज्जुब की बात ये है ।
सबने स्वीकार भी कर रखा है ।
वह जो दर्शया गया है वो है ।।
लेखक:- डॉ महेंद्र
विशेष आग्रह :-
हर नागरिक जरूर सोंचे ।