देश प्रेम की बजे बाँसुरी
देश प्रेम की बजे बांसुरी मेरे हिन्दुस्तान में
मार काट, उपद्रव, तोड़ फोड़ बहुत हो गया यह सब,
रुक भी जाओ देशवाशियों मत मचाओ शोर अब,
सब्र रखें तो कब तक रखे ,दिल की यही चाहत है अब।
अमन चैन ,देश प्रेम की बजे बांसुरी मेरे हिन्दुस्तान में। ।
जातिवाद, साम्प्रदायिकता ना जाने कितने अंतर्द्वंद्व,
मन का भटकाव व्यथित करता है लोगों का प्रतिद्वंद,
राष्ट्र निर्माण की बात करे हम मन में ना हो कोई द्वंद्व ।
प्यार की गंगा देशप्रेम की बजे बाँसुरी मेरे हिन्दुस्तान में।।
विरासतों की करें सार संभाल ना करें उन्हें हम उसे ध्वंस,
वीर भोग्या वसुंधरा से करें हम प्यार ना करें उसे विध्वंस,
देश हमारी सम्पदा सम्मान है,करे ना हम इसको ध्वंस।
आस,विश्वास देशप्रेम की बजे बाँसुरी मेरे हिन्दुस्तान में। ।
डाॅ राजमती पोखरना सुराना