देश पर जो फ़िदा हुआ होगा!
देश पर जो फ़िदा हुआ होगा!
आसमां से भी् वो बड़ा होगा!
खूं से लतपत भले रहा होगा,
आखिरी सांस तक लड़ा होगा!
तान कर बक्ष जब खड़ा होगा!
देख दुश्मन भी डर गया होगा!
घर से बेटी का खत मिला होगा,
फिर भी सीमा तरफ चला होगा!
उसे किस से भला गिला होगा!
देश खातिर जिया मरा होगा!
शेर दिल वो जवांं रहा होगा!
तोप से भी कहाँ डरा होगा!
बन के प्रेमी वो बस जिया होगा!
प्यार मिट्टी से बस किया होगा!
……. ✍ प्रेमी