Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2016 · 1 min read

देश -परदेश

छोड़ के देश परदेश तू क्यों चला
नोट की चाह में तू जुदा हो चला
रोज अपनी भूमि को करे याद वो
छोड़ यह देश नूतन जहाँ को चला

Language: Hindi
70 Likes · 710 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
दिनांक:-२३.०२.२३.
दिनांक:-२३.०२.२३.
Pankaj sharma Tarun
*आते बारिश के मजे, गरम पकौड़ी संग (कुंडलिया)*
*आते बारिश के मजे, गरम पकौड़ी संग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
Rajesh Kumar Arjun
कविता
कविता
Shweta Soni
हिन्दी दोहा बिषय- न्याय
हिन्दी दोहा बिषय- न्याय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वर्षा
वर्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
Subhash Singhai
■एक शेर और■
■एक शेर और■
*Author प्रणय प्रभात*
बुढापे की लाठी
बुढापे की लाठी
Suryakant Dwivedi
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Dr Shweta sood
The Magical Darkness
The Magical Darkness
Manisha Manjari
सुनो . . जाना
सुनो . . जाना
shabina. Naaz
ओ चाँद गगन के....
ओ चाँद गगन के....
डॉ.सीमा अग्रवाल
❤️ मिलेंगे फिर किसी रोज सुबह-ए-गांव की गलियो में
❤️ मिलेंगे फिर किसी रोज सुबह-ए-गांव की गलियो में
शिव प्रताप लोधी
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
शेखर सिंह
"शर्म मुझे आती है खुद पर, आखिर हम क्यों मजदूर हुए"
Anand Kumar
पिता
पिता
Sanjay ' शून्य'
मायका
मायका
Mukesh Kumar Sonkar
2739. *पूर्णिका*
2739. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
Phool gufran
We just dream to  be rich
We just dream to be rich
Bhupendra Rawat
ऐसी गुस्ताखी भरी नजर से पता नहीं आपने कितनों के दिलों का कत्
ऐसी गुस्ताखी भरी नजर से पता नहीं आपने कितनों के दिलों का कत्
Sukoon
"बेटी और बेटा"
Ekta chitrangini
ख्वाहिशों के कारवां में
ख्वाहिशों के कारवां में
Satish Srijan
💐प्रेम कौतुक-224💐
💐प्रेम कौतुक-224💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल
Pratibha Pandey
युही बीत गया एक और साल
युही बीत गया एक और साल
पूर्वार्थ
"कवि"
Dr. Kishan tandon kranti
गोधरा
गोधरा
Prakash Chandra
!! मेरी विवशता !!
!! मेरी विवशता !!
Akash Yadav
Loading...