देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार
देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार
देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार ,
शास्त्र का जिन्हें ज्ञान नहीं, वह जाती- धर्म पर लड़वाते हैं,
पढ़े लिखे मजदूरी हैं करतें, अनपढ़ देश चलाते हैं
पढ़े लिखे मजदूरी हैं करते………..
(देश के युवा करे पुकार ,शिक्षित हो हमारी सरकार)
उठे बेरोजगारी का जब मुद्दा, ये राम का नाम अपनाते हैं,
पहनकर सफेद कुर्ता पजामा, इतना ये इठलाते हैं,
मानो चरित्र सिया सा इनका , ऐसे शान दिखाते हैं
मानो चरित्र सिया सा इनका……………
(देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार)
साठ वर्ष की अवधि रिटायर्ड होने की है बनाई, ख़ुद सत्तर वर्ष में देश संभाले हैं, समझ रहें जो ख़ुद को युवा,
आज के युवा हैं इनसे भी युवा ,ये क्यों समझ नहीं पाते हैं,
आज के युवा हैं इनसे भी युवा…………………
(देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार)
छोटे छोटे पदों के लिए परीक्षाओं की लंबी लाइन लगाते हैं
जरा बताओ नेता जी , नेताओं के लिए कोई परीक्षाएं क्यों नहीं करवाते हैं ? असमानता को बढ़ावा देकर , समानता का ढोंग रचाते हैं
असमानता को बढ़ावा देकर……
(देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार)
उठाती जनता जब सवाल इनपर,
ये अपनी शक्तियों का खौफ़ दिखाते हैं,
‘उठाओ इन्हें कारावास में डालों ‘
इन धमकियों से जनता को मौन कराते हैं
उठाओ इन्हें कारावास में डालों……….
(देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार)
ख़ुद को काबिल बताते हैं,एक दूसरे की गलतियाँ गिनाते हैं
अपनी मर्यादाओं को ये भूलकर, राजसभा में तु- तु मैं- मैं कर आपस में भीड़ जाते हैं ,
पढ़े लिखे ठोकर हैं खाते ,अनपढ़ रौब जमाते हैं
पढ़े लिखे ठोकर हैं खाते…………
देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार।
गौरी तिवारी भागलपुर बिहार