देश की आजादी की सुबह
देश की आजादी की सुबह आखें खुली ,
नये नभ मे नई सुबह की नई रोशनी मे ,
नई वायुमण्डल मे नई वायु का प्रवाह मिला ,
नई सोच नई उड़ान भरने का नया अवसर मिला ।
मन मंजिल मे नई विचार, नई ऊर्जा का संचार हुआ ,
नई नीति मे नई नियम का नए रूप का निर्माण हुआ ,
जीवन मे नई ऊर्जा , नई सोच का विकास हुआ ,
काले कानून निर्दयी निरंकुश शासन का अंत हुआ ।
स्वतंत्र कनून, स्वतंत्र जीवन मे जीने का अधिकार मिला ,
गोरे लोगों से लड़ने और हक ज़माने का कानून मिला ,
भारत को नई राष्ट्र बनाने का प्रस्ताव संसद मे पास हुआ ,
अपना संविधान, अनुच्छेद बनाने का पूर्ण अधिकार मिला ।
देशप्रेम, देशहित मे खुद को समर्पित करने का मौका मिला ,
अपना गान, अपना झंडा अपना सूरज देखने का साहस मिला ,
भारत को सोने की चिड़िया बनाने का नया रास्ता, मार्ग मिला ,
15 अगस्त को आजादी का पर्व मनाने का सम्पूर्ण अधिकार मिला ।