देशभक्ति कविता
जग जग में गूंज रही भारत की गाथा आज
देशभक्ति का गहरा रंग सभी दिलों पे छाया है
हर घर में आज तिरंगा सबने लहराया है
जहां आज़ादी के नशे में झूम रही दुनियां सारी
वहां भव्य भारत देश की श्रेष्ठता को लिखने
हर कवि ने आज कलम अपना उठाया है
वतन-परस्ती के कफ़न को बांध कर
सरजमीं पे मुश्त-ए-ख़ाक जो वीर हुए थे
उन आज़ादी के मतवालों की अमर गाथा को
हर भारतीय शख्स ने आज दोहराया है
नेहरू गांधी मंगल पांडे भगत ना जाने कितनों ने
कतरा कतरा लहू का अपना बहाया था
उन असंख्य बलिदानियों के लिए शत शत नमन का जहकारा
हर हिंदुस्तानी नागरिक आज गा रहा है
जहां परंपरा, मान्यताओं से बंधा हर एक इंसान है
वहां भिन्न धर्म, भिन्न सभ्यता, भिन्न भाषा होते हुए भी
हर इंसा आज अनेकता में एकता का नारा लगा रहा है।
– सुमन मीना (अदिति)