देवों के भी देव है — घनाक्षरी
देवों के भी देव है वो, महादेव हर हर ।
मंत्र महामृत्युंजय,जपना ही चाहिए।
हरिओम हरिओम, जय शिवशंकर जी।
शिवाय शिवाय नमः,रटना ही चाहिए।।
काल विकराल चाहे,जब महाकाल है तोl
हमें अवन्तिकापुरी, चलना ही चाहिए।।
भक्ति को जगाले हम,शक्ति “शिव” से पालेंगे।
जप तप जीवन में,करना ही चाहिए।।
राजेश व्यास अनुनय