देवीमां को समर्पित गीत
110
देवी गीत
हो मइया–4
कर दो कृपा तोरे पैंया परूँ
चरणों में सेवा दिन रैना करूँ
तोरे छैंया रहूँ।
हो मईया —-2
कर दो कृपा तोरे पैंया परूँ
तोहरी दुअरिया मइया झाड़ू करूँ
झाड़ू करूँ और पोछा करूँ
फुलवा तोड़े रहूँ।
हो। मइया।।—2
कर दो कृपा तोरे पैंया परूँ
तोहरी चुनरिया मइया धो धो धरूँ
इतर लगाऊँ और अर्पण करूँ।
चंदन रोली रखूँ।
हो मइया।।—2
कर दो कृपा तोरे पैंया परूँ
तोहरी रसोइया मइया भोग बनाऊं
खीर बनाऊं और हलवा बनाऊँ
लौंग पान धरूँ।
हो मइया।।—-2
कर दो कृपा तोरे पैंया परूँ…
◆◆◆