देवता, उत्सव
उत्सव घर-घर में मने, दीप दिवाली पर्व।
ज्योतिर्मय अंतस हुआ,आनंदित जग सर्व।।
पूजन करती देवता, रख श्रद्धा-विश्वास।
धन-दौलत माँगू नहीं, दूर करो संत्रास।।
डॉ. रजनी अग्रवाल ‘वाग्देवी रत्ना’
वाराणसी (उ. प्र.)
उत्सव घर-घर में मने, दीप दिवाली पर्व।
ज्योतिर्मय अंतस हुआ,आनंदित जग सर्व।।
पूजन करती देवता, रख श्रद्धा-विश्वास।
धन-दौलत माँगू नहीं, दूर करो संत्रास।।
डॉ. रजनी अग्रवाल ‘वाग्देवी रत्ना’
वाराणसी (उ. प्र.)