देना मालिक साथ (प्रार्थना)
करते हैं हम वंदना, दोनों जोड़े हाथ।
सच्चा पाएँ ज्ञान हम, देना मालिक साथ।।
अच्छाई की राह पर, चलते जाएँ झूम।
भूलें मन से भेद को, अपनेपन की धूम।
कोशिश होगी रात-दिन, मंज़िल आए हाथ।
सच्चा पाएँ ज्ञान हम, देना मालिक साथ।।
मन में सेवा भाव हो, कुछ करने का चाव।
माँ-बापू का मान हो, सबसे खास लगाव।
आदर गुरुओं का करें, विद्या आए हाथ।
सच्चा पाएँ ज्ञान हम, देना मालिक साथ।।
पुस्तक जीवन मीत हो, सब कुछ जाएँ जीत।
ऊँचा जग में नाम हो, गूँजेंगे फिर गीत।
अनुशासन के पेड़ से, फल आएँगे हाथ।
सच्चा पाएँ ज्ञान हम, देना मालिक साथ।।
इक तेरा आशीष हो, इक तेरा अभिमान।
मन से सारे काम हों, लब पर हो मुस्क़ान।
जीवन बीते मौज़ में, सिर पर रखना हाथ।
सच्चा पाएँ ज्ञान हम, देना मालिक साथ।।
करते हैं हम वंदना, दोनों जोड़े हाथ।
सच्चा पाएँ ज्ञान हम, देना मालिक साथ।।
#आर.एस.प्रीतम
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