Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2019 · 1 min read

देख चुनावी होली प्यारे

देख चुनावी होली प्यारे,
जोर-शोर से जारी।

किस-किस ने किस-किस के जाने,
कैसा रंग लगाया।
खड़ा हुआ दर्पण के आगे,
कुछ भी समझ न आया।
छूट रही है सभी ओर से,
वादों की पिचकारी ।
देख चुनावी होली प्यारे,
जोर-शोर से जारी।

जो भी जैसा देखे अवसर,
बदल रहा है पाला।
तन पर ओढ़े चोला उजला,
लेकिन मन है काला।
बीच दंत के जिह्वा जैसी,
अब कुर्सी बेचारी।

देख चुनावी होली प्यारे,
जोर-शोर से जारी।
????
– राजीव ‘प्रखर’
मुरादाबाद (उ० प्र०)

Language: Hindi
Tag: गीत
274 Views

You may also like these posts

*जाने क्या-क्या सोचकर, ससुराल जाती बेटियाँ(गीतिका)*
*जाने क्या-क्या सोचकर, ससुराल जाती बेटियाँ(गीतिका)*
Ravi Prakash
- एक प्याली चाय -
- एक प्याली चाय -
bharat gehlot
क्या घबराना ...
क्या घबराना ...
Meera Thakur
तीसरी आंख को समझने के सरल तरीके, और जागृत कैसे करें, लाभ व उद्देश्य। रविकेश झा
तीसरी आंख को समझने के सरल तरीके, और जागृत कैसे करें, लाभ व उद्देश्य। रविकेश झा
Ravikesh Jha
बेवजह की नजदीकियों से पहले बहुत दूर हो जाना चाहिए,
बेवजह की नजदीकियों से पहले बहुत दूर हो जाना चाहिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संक्रांति
संक्रांति
sushil sharma
-0 सुविचार 0-
-0 सुविचार 0-
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
नया विज्ञापन
नया विज्ञापन
Otteri Selvakumar
जिंदगी से थकान
जिंदगी से थकान
ओनिका सेतिया 'अनु '
अपनी तस्वीर
अपनी तस्वीर
Dr fauzia Naseem shad
రామయ్య మా రామయ్య
రామయ్య మా రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
शाकाहार बनाम धर्म
शाकाहार बनाम धर्म
मनोज कर्ण
2637.पूर्णिका
2637.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"बेचारा किसान"
Dharmjay singh
" नम पलकों की कोर "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
''जरूरी है ''
''जरूरी है ''
Ladduu1023 ladduuuuu
प्रभुता
प्रभुता
Rambali Mishra
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
वसंत पंचमी का महत्व
वसंत पंचमी का महत्व
Sudhir srivastava
मन का सावन
मन का सावन
Pratibha Pandey
मनमुटावका आपका ये कैसा अंदाज
मनमुटावका आपका ये कैसा अंदाज
RAMESH SHARMA
क्या से क्या हो गया?
क्या से क्या हो गया?
Rekha khichi
कई बचपन की साँसें - बंद है गुब्बारों में
कई बचपन की साँसें - बंद है गुब्बारों में
Atul "Krishn"
Good morning
Good morning
Neeraj Agarwal
■ सीढ़ी और पुरानी पीढ़ी...
■ सीढ़ी और पुरानी पीढ़ी...
*प्रणय*
तेवरीः साहित्य के नए तेवर + गिरि मोहन ‘गुरु’
तेवरीः साहित्य के नए तेवर + गिरि मोहन ‘गुरु’
कवि रमेशराज
" माप "
Dr. Kishan tandon kranti
-मां सर्व है
-मां सर्व है
Seema gupta,Alwar
इल्म
इल्म
Bodhisatva kastooriya
सब तुम्हारा है
सब तुम्हारा है
sheema anmol
Loading...