Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Santosh Shrivastava
31 Followers
Follow
Report this post
3 May 2024 · 1 min read
देख कर
देख कर
मासूमियत
उनकी
हम
समझ रहे थे
बड़े नादान है
पर
एक मुस्कुराहट
उनकी
घायल
कर गयी
Tag:
Quote Writer
Like
Share
121 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
झूठा तन का आवरण,
sushil sarna
मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बिन काया के हो गये ‘नानक’ आखिरकार
कवि रमेशराज
कलम
Kumud Srivastava
कभी जलाए गए और कभी खुद हीं जले
Shweta Soni
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
Rj Anand Prajapati
फूल सारे दहकते हैं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
🙅चुनावी चौपाल🙅
*प्रणय*
3558.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
समस्याओ की जननी - जनसंख्या अति वृद्धि
डॉ. शिव लहरी
नई खिड़की
Saraswati Bajpai
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
कृष्णकांत गुर्जर
अंदर मेरे रावण भी है, अंदर मेरे राम भी
पूर्वार्थ
करते हैं संघर्ष सभी, आठों प्रहर ललाम।
Suryakant Dwivedi
ग़ज़ल _ आज उनको बुलाने से क्या फ़ायदा।
Neelofar Khan
ख़ामोशी को कभी कमजोरी ना समझना, ये तो तूफ़ान लाती है।।
Lokesh Sharma
*फिर से राम अयोध्या आए, रामराज्य को लाने को (गीत)*
Ravi Prakash
"कविता का किसान"
Dr. Kishan tandon kranti
आप ही बदल गए
Pratibha Pandey
गौर किया जब तक
Koमल कुmari
वोट डालने जाएंगे
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
अपूर्णता में पूर्ण है जो ,
rubichetanshukla 781
అతి బలవంత హనుమంత
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
"यादें"
Yogendra Chaturwedi
धरती दिल की बाँझ
Rishav Tomar
रिश्तों में पड़ी सिलवटें
Surinder blackpen
मांँ
Diwakar Mahto
अन्तर्मन की विषम वेदना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सरस्वती वंदना
MEENU SHARMA
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
Sonam Puneet Dubey
Loading...