Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Mar 2022 · 1 min read

देख कर दिल को

देख कर दिल को चैन मिलता है ।
आप तो हो सुकून आँखों का ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
21 Likes · 522 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
जमाना इस कदर खफा  है हमसे,
जमाना इस कदर खफा है हमसे,
Yogendra Chaturwedi
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बिन शादी के रह कर, संत-फकीरा कहा सुखी हो पायें।
बिन शादी के रह कर, संत-फकीरा कहा सुखी हो पायें।
Anil chobisa
*Colors Of Experience*
*Colors Of Experience*
Poonam Matia
जिम्मेदारी और पिता (मार्मिक कविता)
जिम्मेदारी और पिता (मार्मिक कविता)
Dr. Kishan Karigar
कबीर: एक नाकाम पैगंबर
कबीर: एक नाकाम पैगंबर
Shekhar Chandra Mitra
" सुर्ख़ गुलाब "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कहना नहीं तुम यह बात कल
कहना नहीं तुम यह बात कल
gurudeenverma198
अलविदा
अलविदा
ruby kumari
स्वप्न लोक के वासी भी जगते- सोते हैं।
स्वप्न लोक के वासी भी जगते- सोते हैं।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Mukesh Kumar Sonkar
■ अधूरी बात सुनी थी ना...? अब पूरी पढ़ और समझ भी लें अच्छे से
■ अधूरी बात सुनी थी ना...? अब पूरी पढ़ और समझ भी लें अच्छे से
*Author प्रणय प्रभात*
माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है।
माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है।
लक्ष्मी सिंह
पर्यावरण और प्रकृति
पर्यावरण और प्रकृति
Dhriti Mishra
घर के किसी कोने में
घर के किसी कोने में
आकांक्षा राय
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
VINOD CHAUHAN
प्रेम एक सहज भाव है जो हर मनुष्य में कम या अधिक मात्रा में स
प्रेम एक सहज भाव है जो हर मनुष्य में कम या अधिक मात्रा में स
Dr MusafiR BaithA
कैसा दौर आ गया है ज़ालिम इस सरकार में।
कैसा दौर आ गया है ज़ालिम इस सरकार में।
Dr. ADITYA BHARTI
"फासले उम्र के" ‌‌
Chunnu Lal Gupta
इकिगाई प्रेम है ।❤️
इकिगाई प्रेम है ।❤️
Rohit yadav
* बेटों से ज्यादा काम में आती हैं बेटियॉं (हिंदी गजल)*
* बेटों से ज्यादा काम में आती हैं बेटियॉं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
ज़िंदगी को दर्द
ज़िंदगी को दर्द
Dr fauzia Naseem shad
~ हमारे रक्षक~
~ हमारे रक्षक~
करन ''केसरा''
You're going to realize one day :
You're going to realize one day :
पूर्वार्थ
मेरे छिनते घर
मेरे छिनते घर
Anjana banda
"दोस्ती क्या है?"
Pushpraj Anant
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
Akash Yadav
"विदाई की बेला में"
Dr. Kishan tandon kranti
बेटियाँ
बेटियाँ
Mamta Rani
कौर दो कौर की भूख थी
कौर दो कौर की भूख थी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...