देखो साथ चाँदनी लेकर चंदा आने को तैयार
देखो साथ चाँदनी लेकर चंदा आने को तैयार
महकी खूब रात की रानी जुगनू देख गयी दिल हार …..
ऑंखें थकी थकी सी अब तो यूँ तारे गिनते गिनते
दिल भी हारा हारा सा अब बस सपने बुनते बुनते
कब से बैठे हम भी छत पर उनसे मिलने की ले आस
कानों में भी गूँज रही है उनकी पायल की झंकार
महकी खूब रात की रानी जुगनू देख गयी दिल हार ………
धीरे धीरे कदमों को रख डर कर यूँ तेरा आना
आँखों ही आँखों में दिल का हाल सभी कुछ कह जाना
दिल तुमको यूँ देख सखी री जाता पलक झपकना भूल
भोली भोली सूरत पर इस और हमें आ जाता प्यार
महकी खूब रात की रानी जुगनू देख गयी दिल हार ……….
डॉ अर्चना गुप्ता