दूर प्रकाश
*** दूर प्रकाश ***
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काश और आकाश
जैसे दूर हो प्रकाश
जब बात पहुंच पार
जब चलती ना पार
ना इस ना उस पार
बीच फंसे मंझदार
बिखरती जैसे ताश
जैसै दूर हो प्रकाश
मिलती है जब हार
बुद्धू या समझदार
प्रयास हों तार तार
नौकरी या कारोबार
चारों ओर हो ह्रास
जैसे दूर हो प्रकाश
कोई भी बात न बने
कोई भी साथ न बने
कथा व्यथा नहीं सुने
जहाँ देखों, भौहें तने
नजर ना आए आस
जैसै दूर हो प्रकाश
जब कोई हो अकेला
जीवन मे हो झमेला
तंगहाली में अलबेला
विरह में छैल छबीला
सुखविन्द्र हो हताश
जैसे दूर हो प्रकाश
काश और आकाश
जैसै दूर हो प्रकाश