दूध-जले मुख से बिना फूंक फूंक के कही गयी फूहड़ बात! / MUSAFIR BAITHA
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/d8c7a0c1dda5dd202fc31156c11f4658_12a5198f3d9e4b6bd0d0251b02ff3193_600.jpg)
वर्ण–मतांधों पर विश्वास न करने की टोकरी भर वज़हें हैं, विश्वास करने को महज चुटकी भर कारणों की उपस्थिति एवं प्रतीति!
वर्ण–मतांधों पर विश्वास न करने की टोकरी भर वज़हें हैं, विश्वास करने को महज चुटकी भर कारणों की उपस्थिति एवं प्रतीति!