Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Oct 2021 · 1 min read

दुर्जन-निर्दय सब मिले—-

दुर्जन-निर्दय सब मिले, सज्जन मिला ना कोय।
जो प्राणी को प्रेम बाँटै, सो लाख पुण्य कमाय।।

Language: Hindi
1 Like · 198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
!! ये सच है कि !!
!! ये सच है कि !!
Chunnu Lal Gupta
एक छोटी सी तमन्ना है जीन्दगी से।
एक छोटी सी तमन्ना है जीन्दगी से।
Ashwini sharma
Republic Day
Republic Day
Tushar Jagawat
सम्मान
सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आज
आज
*प्रणय*
बेशक संघ ने काम अच्छा किया है, आगे भी करेगा।
बेशक संघ ने काम अच्छा किया है, आगे भी करेगा।
Ajit Kumar "Karn"
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जिंदगी भर किया इंतजार
जिंदगी भर किया इंतजार
पूर्वार्थ
🙏प्रथम पूज्य विघ्न हर्ता 🙏
🙏प्रथम पूज्य विघ्न हर्ता 🙏
umesh mehra
सांसों के सितार पर
सांसों के सितार पर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
Dr arun kumar shastri
Dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
دل کا
دل کا
Dr fauzia Naseem shad
6
6
Davina Amar Thakral
" श्रम "
Dr. Kishan tandon kranti
एक बिखरा ख़्वाब हूँ मैं, तू नींदों में दीदार ना कर,
एक बिखरा ख़्वाब हूँ मैं, तू नींदों में दीदार ना कर,
Manisha Manjari
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
Virendra kumar
बचपन से जिनकी आवाज सुनकर बड़े हुए
बचपन से जिनकी आवाज सुनकर बड़े हुए
ओनिका सेतिया 'अनु '
जब भर पाया ही नहीं, उनका खाली पेट ।
जब भर पाया ही नहीं, उनका खाली पेट ।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
4350.*पूर्णिका*
4350.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
हिन्दी मन की पावन गंगा
हिन्दी मन की पावन गंगा
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
सुबह हर दिन ही आता है,
सुबह हर दिन ही आता है,
DrLakshman Jha Parimal
सत्य की खोज
सत्य की खोज
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मेरे पिताजी
मेरे पिताजी
Santosh kumar Miri
*जिंदगी-नौका बिना पतवार है ( हिंदी गजल/गीतिका )*
*जिंदगी-नौका बिना पतवार है ( हिंदी गजल/गीतिका )*
Ravi Prakash
* सुहाती धूप *
* सुहाती धूप *
surenderpal vaidya
बुंदेली दोहा- पलका (पलंग)
बुंदेली दोहा- पलका (पलंग)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मुझे हर वक्त बस तुम्हारी ही चाहत रहती है,
मुझे हर वक्त बस तुम्हारी ही चाहत रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#'सजल' एक जीवन परिचय
#'सजल' एक जीवन परिचय
Radheshyam Khatik
कविता के मीत प्रवासी- से
कविता के मीत प्रवासी- से
प्रो०लक्ष्मीकांत शर्मा
Loading...