Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Rupesh Thakur
2 Followers
Follow
Report this post
5 Oct 2022 · 1 min read
दुर्गा पूजा विषर्जन
बहुत याद आओगे हमे छोर के जाओगे।।
मां अम्बे हम फिर से तुझे बोलायेंगे।।
Language:
Hindi
Tag:
कविता
,
कहानी
,
बाल कहानी
,
शेर
Like
Share
2 Likes
· 220 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
तुम खुशी देखते हों, मैं ग़म देखता हूं
Keshav kishor Kumar
छीना झपटी हो रही,
sushil sarna
भक्ति गीत (जय शिव शंकर)
Arghyadeep Chakraborty
चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं
सत्य कुमार प्रेमी
💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
4185💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
“बधाई और शुभकामना”
DrLakshman Jha Parimal
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
आजकल रिश्तें और मक्कारी एक ही नाम है।
Priya princess panwar
श्रृंगार
Mamta Rani
*अग्निवीर*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नारी पुरुष
Neeraj Agarwal
अजब है इश्क़ मेरा वो मेरी दुनिया की सरदार है
Phool gufran
उनके आने से ही बहार आए
Dr fauzia Naseem shad
*पहले-पहल पिलाई मदिरा, हॅंसी-खेल में पीता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
नवरात्रा तीसरा ★ तृतीय अंक ★* 3* दो स्तुतियां
मधुसूदन गौतम
" तासीर "
Dr. Kishan tandon kranti
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
Rekha khichi
Who am I?
Otteri Selvakumar
"सच के खिलाफ विद्रोह करते हैं ll
पूर्वार्थ
आवाज़
Dipak Kumar "Girja"
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
Rj Anand Prajapati
अपने आप से भी नाराज रहने की कोई वजह होती है,
goutam shaw
🌺🌻 *गुरु चरणों की धूल*🌻🌺
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हम में सिर्फ यही कमी है,
अरशद रसूल बदायूंनी
तेरे होने से ही तो घर, घर है
Dr Archana Gupta
8. टूटा आईना
Rajeev Dutta
नदी की तीव्र धारा है चले आओ चले आओ।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
अन्तर मन में उबल रही है, हर गली गली की ज्वाला ,
Neelofar Khan
सावन का महीना आया
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...