दुरीयों के बावजूद…
दुरीयों के बावजूद…
दुरीयों के बावजूद
अंतर्मन जुड़ा रहे
बच्चे सी बैचनी रहे
एहसास करीब सा
तन कहीं भी रहे
पर नयनों में इंतज़ार रहे
लबों पर नाम और
अंतर्मन में प्यार रहे
ओ और कुछ नहीं
सिर्फ अपनों की
यादों की पहचान है
दुरीयों के बावजूद…
दुरीयों के बावजूद
अंतर्मन जुड़ा रहे
बच्चे सी बैचनी रहे
एहसास करीब सा
तन कहीं भी रहे
पर नयनों में इंतज़ार रहे
लबों पर नाम और
अंतर्मन में प्यार रहे
ओ और कुछ नहीं
सिर्फ अपनों की
यादों की पहचान है