दुमदार दोहे
दुमदार दोहे
हास्य रस*
* विषय-पति*
पति बेचारा क्या करे, बीबी आयी तेज।
कोसे हरदम भाग्य को, कैसे हो मैनेज।।
बना है रामू काका ।
पड़े है करना फाका।
सुबह सवेरे उठ रहा, पेश करे है चाय।
टिफिन बना है रखा, ओके मैडम बाय।।
शाम को क्या है खाना।
बता दो मेरी जाना ।
थका हुआ हो काम से, चाहे हो बेहाल।
प्याज पड़े हैं काटने, आँख भले हो लाल।।
दाल में डाले तड़का ।
बांध कर सिर पर पटका।
सीमा शर्मा ‘अंशु’