दुनिया रैन बसेरा है
क्या तेरा क्या मेरा है
दुनिया रैन बसेरा है
ग़ैरों का कुछ दोष नहीं
अब तो दोस्त लुटेरा है
शुक्र तिरे लब पर तौबा
जब जागो तो सवेरा है
दुनिया की जगमग वालों
क़ब्र में घोर अंधेरा है
तुम होते हो साथ मिरे
दिन क्या रात सवेरा है
रंग बिरंगी ये दुनिया
कुछ लम्हों का डेरा है