दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
भूख तो थी पर, पास न रोटी थी
कोशिश थी बड़ी पर नाकाम रहा,
क्या करता मैं, क़िस्मत खोटी थी
महावीर उत्तरांचली
दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
भूख तो थी पर, पास न रोटी थी
कोशिश थी बड़ी पर नाकाम रहा,
क्या करता मैं, क़िस्मत खोटी थी
महावीर उत्तरांचली