दुनिया बनाने वाले
दुनिया बनाने वाले काहे को दुनिया बनाया
इस युग का कर दे सफाया !!
गति में विज्ञान है मान नहीं रहा इंसान हैं
खैनी बीड़ी पान गुटखा सेवन करना शान है
नशा मुक्त अभियान चला है फिर भी यह अनजान है
गुस्से में हो जाएंगे अगर इन्हें समझाया
काहे को दुनिया बनाया…….
साफ सफाई करना है और हाथ धोकर खाना
गांधीजी का सपना स्वच्छ देश था बनाना
इसके लिए पीएम मोदी ने सफाई अभियान है चलाया
फिर भी फेंकते कूड़े कहीं पर इनको समझ ना आया
काहे को दुनिया बनाया………
नेता भी झूठे हैं सारे खाते जनता राशन को
धोती छोड़कर जींस पहनकर चला रहे हैं शासन को
जब आती है वोट की बारी हाथ जोड़कर आते हैं
हर्ष उपरांत इन से बोलो इनको समझ ना आया
काहे को दुनिया बनाया
इस झुका कर दे सफाया !!
सुनिल गोस्वामी