दुनिया जवाब पूछेगी
जब भी तेरी नजरे ,मुझे दूर से देखेगी।
सौ सवाल उठेगे ,दुनिया जवाब पूछेगी।
खामोश लम्हों में ,तन्हा रहके भी।
तेरी हर एक साँस ,मेरा नाम पूछेगी।
ओर जब तु ,ख्यालों से जागेगी।
दुनिया के वो सौ सवाल ,तु खुद से पूछेगी।
जवाब क्यो नही है? तेरे पास इनका
ये सवाल तु खुद से बार-बार पूछेगी।
समाज दुनिया में रहके भी ,तु खुद से जब जूझेगी।
भले ही सब होगे तेरे पास, तु फिर भी मुझे ढूढेगी।
वो तुझसे तेरा हाल नही, हाल के बहाने
तेरा मैंन मकसद क्या है? दुनिया उसे जानेगी।
समझ में आये या ना आये
जो उन्हें अच्छा लगेगा वो उन्हें मानेगी।
मकसद कुछ भी हो तेरा
दुनिया उसे किसी ओर ही नाम जानेगी।
कोई जवाब नही होगा तेरे पास
दुनिया जवाब माँगेगी।
मेरे ख्यालों में रहा वो अक्सर
जिन्दगी के कायदे को तु कब जानेगी।
पहचानी हुई चीज को पहचानती तो सारी दुनिया है
पहचानी हुई चीज को भी तु कब पहचानेगी।
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Swami ganganiya