दुनिया की फ़ितरत
यह दुनिया भी अजीब है
कभी भीड़ मे भी मुझे
तन्हा कर देती है
और कभी तनहाई मे भी
अपने होने का एहसास कराती है
कभी घाव देकर दिल पर
दर्द पहुँचाने आ जाती है
कभी घाव पर मरहम
लगाने आ जाती है
अजीब फ़ितरत देखी मैने
दुनिया की
न ठीक से हँसने देती है
और न ठीक से मनाने देती है गम।
पर एक बात खास है इस दुनिया की
हालात आपके जैसे भी हो
पर वें हर समय आप पर नजर रखती है
दूर से ही पर आँखो से
ओझल नही होने देती है
आप अकेले हो इस बात का
एहसास नही होने देती है।
~अनामिका