दुनिया का सबसे अमीर आदमी होना और दुनिया में अपने देश को सबसे
दुनिया का सबसे अमीर आदमी होना और दुनिया में अपने देश को सबसे अमीर और विकसित देश बनाना दोनो में जमीं आसमान का अंतर है।
स्वयं का अमीर होना निजी स्वार्थ है जबकि अपने राष्ट्र को विकसित बनाना सार्वभौमिक विकास है।
RJ Anand prajapati