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24 Sep 2024 · 1 min read

दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना

दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना
सुनो मत साधना निर्दोष पर संधान तुम अपना
जगत में चाँदनी झूठी चमकती चार दिन केवल
न खोना भूल कर भी दम्भ में सम्मान तुम अपना

24.09.2024
डॉ. अर्चना गुप्ता

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