Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2017 · 1 min read

दीवाना हुआ

तुझे देख दिल बादल हुआ है
आवारा पागल दीवाना हुआ है

चाँद को अच्छे से ये निहार के
चाँदनी का दिल दीवाना हुआ है

प्यार में अंधा होकर मेरा दिल
तड़पती बिन जल मछली हुआ है

ज्यों चाँद सूरज से जलता है
वैसे ही दिल मेरा जलता हुआ है

ऋषभ उनसे इकरार तो करले
तेरा दिल महक का दीवाना हुआ है

1 Like · 348 Views

You may also like these posts

ଏହି ମିଛ
ଏହି ମିଛ
Otteri Selvakumar
कल?
कल?
Neeraj Agarwal
हर लम्हा
हर लम्हा
Dr fauzia Naseem shad
दरिया की तह में ठिकाना चाहती है - संदीप ठाकुर
दरिया की तह में ठिकाना चाहती है - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
प्रेमिका से
प्रेमिका से
Shekhar Chandra Mitra
कोरे कागज पर लिखूं तो,
कोरे कागज पर लिखूं तो,
श्याम सांवरा
पिता
पिता
Swami Ganganiya
सभी के स्टेटस मे 9दिन माँ माँ अगर सभी के घर मे माँ ख़ुश है तो
सभी के स्टेटस मे 9दिन माँ माँ अगर सभी के घर मे माँ ख़ुश है तो
Ranjeet kumar patre
भूलना
भूलना
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जिदगी
जिदगी
पूर्वार्थ
कर्बला हो गयी तय्यार खुदा खैर करे
कर्बला हो गयी तय्यार खुदा खैर करे
shabina. Naaz
लव जिहाद_स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा...
लव जिहाद_स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा...
पं अंजू पांडेय अश्रु
अब...
अब...
हिमांशु Kulshrestha
कल की तलाश में आज निकल गया
कल की तलाश में आज निकल गया
नूरफातिमा खातून नूरी
ग़ज़ल : कौन आया है ये मेरे आशियाने में
ग़ज़ल : कौन आया है ये मेरे आशियाने में
Nakul Kumar
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
चाहे किसी के साथ रहे तू , फिर भी मेरी याद आयेगी
चाहे किसी के साथ रहे तू , फिर भी मेरी याद आयेगी
gurudeenverma198
मंद बुद्धि इंसान
मंद बुद्धि इंसान
RAMESH SHARMA
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
अंसार एटवी
" तासीर "
Dr. Kishan tandon kranti
5. *संवेदनाएं*
5. *संवेदनाएं*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
हमारे प्यार की सरहद नहीं
हमारे प्यार की सरहद नहीं
Kshma Urmila
जो थक बैठते नहीं है राहों में
जो थक बैठते नहीं है राहों में
REVATI RAMAN PANDEY
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
पिता का अभिमान बेटियाँ
पिता का अभिमान बेटियाँ
उमेश बैरवा
जिंदगी अच्छे और बुरे दोनों पलों से मिलकर बनी है, दोनों का अप
जिंदगी अच्छे और बुरे दोनों पलों से मिलकर बनी है, दोनों का अप
ललकार भारद्वाज
बुरे लोग अच्छे क्यों नहीं बन जाते
बुरे लोग अच्छे क्यों नहीं बन जाते
Sonam Puneet Dubey
..
..
*प्रणय*
बची रहे संवेदना...
बची रहे संवेदना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...