दीया
वो हवाओं से भी मुझे बचाता है ।
वो दुआओं में भी मुझे जलाता है ।।
मैं भी दीया हूँ मेरा काम है जलना ।
तभी वो अँधेरे में देख पाता है ।।
सागर
वो हवाओं से भी मुझे बचाता है ।
वो दुआओं में भी मुझे जलाता है ।।
मैं भी दीया हूँ मेरा काम है जलना ।
तभी वो अँधेरे में देख पाता है ।।
सागर