दीप दीवाली का
जगमग जगमग करता आया दीप दिवाली का
अग-जग-मग को किया उजाला दीप दिवाली का।
चलो रे, गाओ मिलजुलकर सब गीत दिवाली का
जन जन का सन्देशा लाया दीप दिवाली का।
फैले सब जग उजियारा औ दूर हो अँधियारा
हर बाती का त्याग बताता दीप दिवाली का।
तन बाती, मन तेल बने तो कष्ट मिटेगा दुनिया का
खेल-खेल में पीड़ा हर ले दीप दिवाली का।
मन की लंका आग लगे, तन मिट्टी में मिल जायेगा
हर रावण पर राम जताता दीप दिवाली का।
नाचो गाओ ख़ुशी मनाओ पर्व उजाले का
जीत बुराई पर समझाता दीप दिवाली का।
जगमग जगमग करता आया दीप दिवाली का
अग-जग-मग को किया………….……….।