दीप जलेंगे दिल भी मिलेंगे ___ गीत
दीप जलेंगे दिल भी मिलेंगे,
दीपों का त्योहार है आया।
महापर्व है यह हम सबका,
घर द्वार सबने सजाया।
आई है आई है खुशियां घर-घर छाई है।।
बनी मिठाई चले पटाखे _ बच्चे झूम के नाचेंगे।
पांच दिनों तक हिलमिल सारे इसे मनाएंगे।
यह भी दे रहा वह भी दे रहा, सबको मिली बधाई है।।
आई है आई है खुशियां घर-घर छाई है।।
ध्यान हमें यह भी रखना है धुंवा गंदगी नहीं करें।
स्वस्थ रहें और स्वच्छ रहे हम मन में भाव यही भरे।
प्रेम प्रीत से रीत निभाएं,आशा हमने जगाई है।
आई है आई है खुशियां घर-घर छाई है।।
राजेश व्यास अनुनय