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12 Nov 2023 · 1 min read

दीपों की माला

दीपों की माला में
जीवन पिरो लो
खुशियों से खुद को
सराबोर कर लो

बिखेर दो रोशनी
आँगन मे सभी के
रंगोली के रंग
जीवन में भर लो

चांद तारे सभी
उतर आए ज़मी पर
दीपों से संसार
रोशन कर लो

खिला दो कुछ रंग
जीवन में सभी के
दिवाली की इतना
पावन कर लो

दीपों की माला में
जीवन पिरो लो
खुशियों से खुद को
सराबोर कर लो

1 Like · 216 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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