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26 Apr 2018 · 1 min read

दीपावली मनाइए

दीपावली मनाइए
घर-घर दीप जलाइए
तम को दूर भगाइए
दीपावली …………

हाज़िर देसी पान है
जिया हुआ हलकान है
क्या सुन्दर पकवान है
मधुर स्वाद मिष्ठान है
जगमग हर दूकान है
खील-बताशे खाइए
दीपावली …………

मुश्किल का रुख़ मोड़िये
सारी दुविधा छोड़िये
मिथ्या भ्रम को तोड़िये
दिल से दिल को जोड़िये
खूब पटाखे फोड़िये
फुलझड़ियाँ सुलगाइए
दीपावली …………

जय हो लक्ष्मी-शारदे
ख़ुशियों का उपहार दे
दर्द हमारे तार दे
मस्ती भरी बहार दे
और हमें विस्तार दे
बेड़ा पार लगाइए
दीपावली …………

Language: Hindi
Tag: गीत
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