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3 Nov 2021 · 1 min read

दिवाली पर एक गरीब की इच्छा

दिवाली पर एक गरीब की इच्छा
************************
बनाकर दीये मिट्टी के,जरा सी आस पाली है |
मेरी मेहनत को खरीदो,मेरे घर भी दिवाली है ||

माना कि,तुमने सैकड़ो दीये घर अपने जलाये |
कुछ ऐसा भी करो मेरे घर में चूल्हा जल जाये ||

बांटते रहते हो मिठाई अपने ही तुम रिश्तेदारों में |
कुछ मिठाई उनको बांटो जो सोये है अंधियारों में |

खरीद कर विदेशी चीजे,देश को चौपट कर दिया।
अपना देश खाली कर के,विदेशो में ही भर दिया |।

जला रहे है दीये सब घर में,मेरे घर भी दीये जल जाये |
मेरा समान भी खरीद लो, मेरी दिवाली भी मन जाये ।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम (हरियाणा)

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 220 Views
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