दिवाली ऐसी मनायें
सभी के घर हो रोशनी, दिवाली ऐसे मनायें।
सभी के घर हो खुशी, करें ऐसी हम दुहायें।।
सभी के घर हो रोशनी———————।।
कोई भूखा नहीं सोये, दीपों के इस उत्सव में।
बरसे सुख- धन घर- घर में, इस दीपों उत्सव में।।
सभी के सपनों को साकार, इस उत्सव में बनायें।
सभी के घर हो रोशनी———————।।
नहीं उदास- मायूस हो, कोई चेहरा दिवाली पर।
नहीं हो आँसू किसी आँख में, इस दिवाली पर।।
टूटे- रूठे दिलों को हम, चलकर आज हँसायें।
सभी के घर हो रोशनी———————।।
किसी की जाति- धर्म का, नहीं हो अपमान हमसे।
नफरत- बदले के भाव से, जले नहीं घर कोई हमसे।।
वतन में चैनो- अमन और प्रेम के, दीपक जलायें।
सभी के घर हो रोशनी———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी. आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)