दिल से पूछो
दिल से पूछो ,क्या अभी भी मुझसे है प्यार।
या सिर्फ वक्त गुजारना ही हैं मेरे यार।
क्या मेरे दर्द का अब भी है तुझे एहसास
या दुनियादारी निभाने को आए हो पास।
क्या याद हैं तुम्हें पुराने वादे और कसमें
या समाज के डर से निभा रहे हो रस्में।
क्या अब भी हर आहट पर है इंतज़ार
या सिर्फ दिखाने को घड़ी देखो बार बार ।
दिल से पूछो क्या अब भी उम्रों के हैं वादे
या फिर सिर्फ चार कदम साथ के है इरादे
सुरिंदर कौर