दिल से दिल की बात करें…
तेरी झुकी हुई पलकें
कुछ वयां कर रहीं हैं
प्यार है शायद मुझसे
इसलिए शरमा रहीं हैं
दो लफ्ज़ जो कहे तुमने
उनको ही संजोए बैठा हूँ
उस प्यारी सी मुस्कान को
दिल में बसाये बैठा हूँ
मुझको तेरे भोलेपन में
अपनापन सा लगता है
जैसे देखा तुमने मुझको
दीवानापन सा लगता है
और क्या जज्बात कहें
संग फूलों की बरसात करें
आओ फिर मुलाकात करें
दिल से दिल की बात करें
✍️ रमाकान्त पटेल