दिल से जाना
जब ……
दिल से ….
कोई जाता है
तो वो ……
असल में जाता नहीं
जाता है तो …..
उसके प्रति ….
भरोसा और विश्वास
अपनत्व और प्यार
जब …..
दिल से ……
कोई जाता है
तो वो ….
असल में जाता नहीं
वो असल में खो देता है
अपनेपन का खिंचाव
तरलता का बहाव
जब …….
दिल से …..
कोई जाता है
तो वो ………
असल में जाता नहीं
गंवा देता है
आपसी जुड़ाव
पुरा सन्धि का पड़ाव ।
जब ……..
दिल से ……
कोई जाता है
तो वो ……
असल में जाता नहीं
रहता है……
हमारे बीच
कुछ-कुछ
बिन ….
आग के चुल्ले सा
उजड़े …….
गली-मोहल्ले सा
बिन बात के हो-हल्ले सा।
संगीता बैनीवाल