दिल में बस जाओ
जब बैठा तू आज मेरे सामने
देखता रह गया मैं तो तुम्हें
बहुत अच्छा लगता है देखकर उन्हें
देखते हैं हम सपनों में जिन्हें
तुमने गौर किया ही नहीं
मैं तो देख रहा था सिर्फ तुम्हें
पी रहे थे चाय की चुस्की
मैं तो निहार रहा था सिर्फ तुम्हें
लगता है कहना चाहते हो कुछ
फिर बात दिल में दबा देते हो तुम
कहकर तो देखो एक बार
जो भी मुझसे कहना चाहते हो तुम
मुझसे तो कहा नहीं जायेगा
जानता हूं में खुद को इतना
तुम ही कह दो दिल की बात
अब और हमें तरसाओ न इतना
बैठकर साथ तेरे ही मुझे
होता है कुछ अलग ही अहसास
कहना चाहता हूं में यही तुमसे
कर लो मेरी बात का विश्वास
देख लो मेरी आंखों में क्या है
है तेरा ही इंतज़ार इनको आज
बना लो बसेरा इनमें अब तुम
चाहती है मेरी ये आंखें भी आज
जिम्मेदारी तुझ पर डाल रहा हूं
मानता हूं बहुत बुरा हूं मैं
कहना चाहिए जो खुद मुझे
तुमसे कहने को कह रहा हूं मैं
कुछ नहीं चाहिए और मुझे
अबकी बार मेरी बाहों में आ जाओ
समझ जाओगे मेरे दिल के जज़्बात
अब तुम मेरे दिल में बस जाओ।